बुधवार, 7 अप्रैल 2010

जोर लगा के हई शह.........


हकीकत में तो ऐसा हो नहीं सकता की पुलिस को कही जोर लगाना पड़े. पर खेल की बात अलग है. बूंदी में पुलिस की ताकत एक अंदाज़ देखिया.

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